जिला ब्युरो गोपाल रावडिया मारु की रिपोर्ट
धार। मध्यप्रदेश के धार जिला खाद्य विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते या यूं कहे की विभागीय अधिकारियों की लाभ हानि के चलते बरमंडल क्षेत्र में अमानक खाद्य सामग्रियां धडल्ले से बिक रही है। आते दिन इन दुकानों पर एक्सपायरी डेट की स्किन क्रीम , खाद्यान्न तेल सहित अन्य सामग्रियां खुले रूप से बिकना कही ना कही खाद्य विभाग की मिलीभगत को दर्शाता है। लगभग एक सप्ताह पूर्व जहां एक दुकान सौंदर्य प्रसाधन दुकान पर स्किन क्रीम जो की लगभग 15 माह पूर्व एक्सपायर हो चुकी है उस क्रीम को नगर के एक व्यक्ति ने खरीदा और एक्सपायर होने का पता लगने पर उक्त जागरूक नागरिक ने एक ग्रुप में साझा किया समाचार पत्रों ने भी उक्त खबर को प्रमुखता से उठाया था।लेकिन फिर भी कुंभकर्णी नींद में सोया खाद्य विभाग ने कोई कार्यवाही नहीं की।वहीं सुत्रों की मानें तो खाद्य विभाग विभाग सिर्फ और सिर्फ वर्ष में एक बार लाभ हानि के चक्कर में आते हैं और किरणा दुकानों और होटलों से वसुली कर चले जाते हैं तभी तो इस प्रकार खुलेआम लोगों के सेहत से खिलवाड़ करने वाली सामग्री धड़ल्ले से बीक रही है वही मामला शांत हुआ ही नहीं और फिर एक मामला नगर के गोपाल मारू ने एक किराना दुकान से खाद्य तेल की पांच लीटर की बाल्टी खरीदी और तेल का उपयोग करने के पश्चात उल्टी दस्त और जी घबराने की समस्या के चलते तेल की बाल्टी पर एक्पायरी डेट देखने पर लगभग 12 माह पूर्व तेल का एक्सपायर होना पाया गया। तबियत खराब होने के चलते स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मेडिकल ऑफिसर डॉ. संजय विश्नोई से इलाज करवाया। डॉक्टर विश्नोई ने बताया कि आज उल्टी , दस्त , घबराहट के चलते गोपाल हॉस्पिटल मे आए थे इनका इलाज किया गया फिलहाल मरीज स्वस्थ है। इस संबंध में खाद्य विभाग के अधिकारी शैलेंद्र गुप्ता से संपर्क करने का प्रयास किया गया किंतु उन्होंने कॉल अटेंड करना तक उचित नहीं समझा। इस तरह किराना व्यापारियों द्वारा नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और विभाग जानकर भी अनजान बना हुआ है। अब देखना है विभाग कुंभकर्णी नींद से जागता है या किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहा है।